रखती मसरुफ़ खुद को खवातीन घर के कामों में। रखती मसरुफ़ खुद को खवातीन घर के कामों में।
जन्मी जिस घर पली बड़ी चौखट वो परायी कर गई बाबुल के आँगन की चिड़ियाँ पंख लगे ही उड़ गई। जन्मी जिस घर पली बड़ी चौखट वो परायी कर गई बाबुल के आँगन की चिड़ियाँ पंख लगे ह...
बाबुल मैं पराई क्यों हूं तेरी परी हूं , तेरे आंगन में पली हूं। बाबुल मैं पराई क्यों हूं तेरी परी हूं , तेरे आंगन में पली हूं।
जब मुख निरेखे हरि कलित विधु-वपु रिझाते क्यों नहीं। जब मुख निरेखे हरि कलित विधु-वपु रिझाते क्यों नहीं।
सिसक रहा मन, सुकून पाने को बिलख रही हर साँस, स्वतंत्र हो जाने को ! सिसक रहा मन, सुकून पाने को बिलख रही हर साँस, स्वतंत्र हो जाने को !
कन्यादान हुआ जब पूरा, आया समय विदाई का।। हँसी खुशी सब काम हुआ था, सारी रस्म अदाई का। कन्यादान हुआ जब पूरा, आया समय विदाई का।। हँसी खुशी सब काम हुआ था, सारी रस्म अ...